दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विधान सभा परिसर में ऑल इंडिया स्पीकर कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मौके पे दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरण रिज्जु, दिल्ली के उपराज्यपाल विनॉय कुमार सक्सेना एवं केंद्र एवं राज्य स्तर के मंत्रियों किट मौजूदगी में मुख्य अतिथि ने एक पोस्टल स्टैम्प जारी की । दिल्ली के विधान सभा अध्यक्ष की अगुवाई में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में वेस्ट बंगाल को छोड़कर सभी राज्यों की विधान सभा के स्पीकर, डिप्टी स्पीकर एवं सचिव भाग ले रहे हैं ।
केंद्रीय गृह मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वर्णिम याद से लेकर स्वर्णिम भविष्य की रचना करने वाली पूरी विधाई व्यवस्था यहां एकत्रित हुई है । साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि जब भी सभाओं ने अपनी गरिमा खोई बुरे परिणाम भुगतने पड़े एवं पूरे-पूरे दिन सत्र ना चलने देने पर विचार करने पर बल दिया ।
देश के लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा है । गौर फरमाने की बात यह है कि आज ही के दिन 100 साल पहले देश के प्रथम निर्वाचित स्पीकर विट्ठल भाई पटेल ने इस परिसर में स्पीकर पद की शपथ ग्रहण की थी । विट्ठल भाई पटेल एक ऐसे दूरद्रष्टा नेता थे जिन्होंने औपनिवेशिक सत्ता के समक्ष झुकने से स्पष्ट इंकार किया और लोकतांत्रिक मूल्यों के मार्ग पर चलते हुए स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उम्मीद जताई जा रही है कि यह ऐतिहासिक आयोजन न केवल भारतीय लोकतंत्र की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक बनेगा, बल्कि एक साझा मंच भी प्रदान करेगा जहाँ देशभर से आए सभी राज्यों के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर विचार-विमर्श और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए एकत्रित हुए हैं । परिसर में विट्ठल भाई पटेल की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है ।